पटना 03 मार्च (वार्ता): राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से गठबंधन और श्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव को नीतीश कुमार का राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किए जाने से नाराज पूर्व सांसद मीना सिंह ने आज जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
सिंह ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन कर जदयू छोड़ने की घोषणा की और कहा कि बिहार को जंगलराज से छुटकारा दिलाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनके पति स्वर्गीय अजीत सिंह ने समता पार्टी के समय से ही श्री नीतीश कुमार का साथ दिया था लेकिन जबसे श्री कुमार ने राजद के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई है और तेजस्वी प्रसाद यादव को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया तब से बिहार का माहौल फिर से बदलने लगा है।
पूर्व सांसद ने कहा कि राज्य में जंगलराज की वापसी हो गई है। अपराध की घटनाओं पर पुलिस कुछ खास लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे स्थिति दिन प्रतिदिन भयावह होती जा रही है। इसके कारण लोगों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के प्रति गुस्सा है। उन्होंने कहा कि जदयू में अब कुछ भी बचा नहीं है, कुछ लोग इसे समाप्त करने पर तुले हुए हैं।
मीना सिंह से जब यह पूछा गया कि वह अब किस पार्टी में शामिल होंगी तब उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपने समर्थकों से विचार-विमर्श कर इस बारे में फैसला लेंगी । गौरतलब है कि स्व. अजीत सिंह के निधन के कारण रिक्त हुई बिक्रमगंज लोकसभा सीट रिपीट सीट से श्रीमती सिंह पहली बार वर्ष 2008 में सांसद चुनी गई थी। इसके बाद वह आरा संसदीय क्षेत्र से जदयू के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थी। वर्ष 2014 के चुनाव में वह आरा से हार गई और वर्ष 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जदयू गठबंधन के कारण आरा सीट भाजपा के खाते में चली गई और श्रीमती सिंह चुनाव नहीं लड़ सकीं।