बता दें कि खबर यह है कि मैदानी क्षेत्रों में वर्षा और पहाड़ों पर हल्के हिमपात के साथ कश्मीर में सबसे ठंडे 40 दिनों का चिल्ले कलां मंगलवार को समाप्त हो गया। श्रीनगर समेत आसपास के क्षेत्रों में पूरे दिन रुक-रुककर वर्षा होती रही तो देर शाम को गुलमर्ग समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई थी।
इसके साथ ही गुलमर्ग में तड़के भी हल्का हिमपात हुआ था। मौसम विभाग ने बुधवार को वर्षा और हिमपात होने के पूरे आसार बताए हैं। इस बीच, प्रशासन ने मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में पहाड़ों पर हिमस्खलन की चेतावनी दी है और लोगों को सचेत रहने के लिए कहा है। इधर, जम्मू में सुबह नौ बजे तक धूप रही और फिर घने बादल छाने के साथ वर्षा शुरू हो गई।
जम्मू में दो माह बाद वर्षा हुई है। कटड़ा में भी वर्षा हुई, जिसके चलते वैष्णो देवी यात्रा के लिए कटड़ा-सांझी छत हेलीकाप्टर सेवा दोपहर के बाद से प्रभावित रही। पहले से ही बर्फ जमी होने से मुगल रोड पांचवें दिन भी बंद रहा। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिसलन के चलते यातायात धीमे चल रहा है।
चार फरवरी तक मौसम के ऐसे ही रहने की संभावना
मौसम विज्ञानियों ने बुधवार को प्रदेश में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी की संभावना जताई है। कुपवाड़ा, बांडीपोरा, बारामुला, गांदरबल, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग में कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की संभावना है। यह सिलसिला चार फरवरी तक जारी रहेगा। घाटी के ऊंचे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी
कश्मीर में इस बार चिल्ले कलां के दौर में कश्मीर के मैदानी इलाकों में एक बार भी बर्फबारी नहीं हुई है और यहां तक कि वर्षा भी सामान्य से कम हुई। इतना ही नहीं, यह पूरा दौर शुष्क बीत गया, सिर्फ इस अवधि के अंत में घाटी के ऊंचे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई हैं।