बता देंं कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। जहां एक ओर भाजपा अपने सहयोगियों के साथ बैठक कर रही है। इसके साथ ही वहीं, विपक्षी INDI गठबंधन की पार्टियां भी भाजपा को चुनाव में मात देने के लिए लगातार बैठकें कर रही हैं। इस बीच अब एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले दिल्ली में सोनिया गांधी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच एक बैठक हुई थी। उन्होंने बताया कि बैठक में सीट बंटवारे पर कई बातें स्पष्ट हो गई हैं और अगले 8 से 10 दिनों में चीजें सामने आ जाएंगी। संयोजक या अध्यक्ष की नियुक्ति पर फैसला नहीं
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन के संयोजक या अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए अभी कोई बैठक नहीं हुई है।
सीट-बंटवारे पर फैसला जल्द
राउत ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बहुत कम समय बचा है और इसलिए विपक्षी पार्टियों ने बीती 19 दिसंबर को बैठक में जल्द से जल्द सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने का फैसला किया। बैठक में कुछ नेताओं ने गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे का नाम भी रखा, लेकिन कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पहले जीतना महत्वपूर्ण है और नेतृत्व का मुद्दा उसके बाद तय किया जा सकता है।
राउत ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने “विपक्षी गुट का चेहरा” लोगों के सामने रखने की इच्छा व्यक्त की है। उद्धव ने कहा कि ये चेहरा कोई सर्वसम्मति से चुना गया वरिष्ठ नेता हो, जो इस गठबंधन के संयोजक या अध्यक्ष के रूप में काम करे।
दूसरी ओर टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर एनडीए सरकार को हटाना है तो इंडिया गठबंधन को सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि टीएमसी चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 सीटें जीतने के लिए सभी कदम उठाएगी।