उधमपुर- कठुआ संसदीय सीट को दस बार जीतने वाली कांग्रेस को अपने उम्मीदवार की तलाश में भारी जद्दोजहद करनी पड़ी है। कांग्रेस के लिए यह सीट इसलिए भी अहम रही है क्योंकि डॉ. कर्ण सिंह इस सीट पर चार बार विजयी हुए है।
इस सीट पर कर्ण सिंह 1971 से लेकर 1980 तक तीन बार लगातार विजयी रहे हैं, मगर अब कांग्रेस को अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने के लिए लाल सिंह को पार्टी में शामिल करने की जरूरत महसूस हो गई। यह सीट पांच बार भाजपा ने जीती है। अपने पास कोई प्रभावी उम्मीदवार न होने के कारण कांग्रेस को लाल सिंह को उम्मीदवार बनाना के सिवाए पार्टी के पास शायद कोई चारा नहीं बचा था।
चौधरी लाल सिंह दो बार लगातार विजयी बने
चौधरी लाल सिंह कांग्रेस की तरफ से दो बार लगातार जीत चुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार रहे गुलाम नबी आजाद भाजपा के उम्मीदवार डा. जितेंद्र सिंह से साल 2014 में करीब पचास हजार वोटों से हार गए थे। साल 2014 में जब केंद्र में भाजपा सरकार बनी तो कांग्रेस देश के अन्य हिस्सों की तरह जम्मू कश्मीर में भी कमजोर होती गई। साल 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह भाजपा के डा. जितेंद्र सिंह से चुनाव हार गए थे।
इस साल कांग्रेस के लिए यह स्थिति बन गई थी कि पार्टी में कोई सशक्त उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा था। इसलिए अब कांग्रेस दो बार के सांसद रहे लाल सिंह पर अपना दांव चलाने के लिए तैयार है। लाल सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए है और उनकी बतौर उम्मीदवार एक दो दिन में घोषणा