मिजोरम के सैरांग इलाके में एक निर्माणाधीन रेलवे पुल का ढहना एक बड़ी खबर है। यह पुल आइजोल से करीब 21 किलोमीटर दूर स्थित है। बुधवार सुबह करीब 10 बजे हादसे के बाद पहले 17 श्रमिकों की मौत की खबर आई, और इसके बाद यह संख्या 26 हो गई है। हादसे में कई लोग घायल हो गए हैं और मलबे में भी कुछ लोग फंसे होने की आशंका है।
इस पुल के निर्माण कार्य में 40 श्रमिक शामिल थे, जिनका उद्देश्य आइजोल तक रेलवे कनेक्टिविटी को बढ़ाना था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलबे से अब तक 17 श्रमिकों के शव बरामद किए गए हैं, और कई अन्य के लापता होने की खबर है। अब तक 9 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।
Mizoram railway overbridge collapse | So far, 9 people have been rescued. NDRF, State administration and Railway officials are carrying out rescue operations on a war footing. It is also stated that the bridge girder process was duly approved by IIT experts. A high level enquiry…
— ANI (@ANI) August 23, 2023
मिजोरम के यंग मिज़ो एसोसिएशन की सैरांग शाखा द्वारा घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। इसकी पुष्टि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने की है। उन्होंने बताया कि हालांकि फिलहाल हादसे के पीछे के कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन उनकी टीम प्रयासरत है कि वे जल्द से जल्द घटना के पीछे के सभी पहलुओं की जानकारी निकाल सके।
सब्यसाची डे ने बताया कि वर्तमान में यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे के समय पर पुल पर कितने लोग मौजूद थे। इस पुल का निर्माण पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी राज्यों की राजधानियों को जोड़ने वाली भारतीय रेलवे परियोजना का हिस्सा था। इस पुल का निर्माण कुछ वर्षों से चल रहा था।
मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने भी घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य की जारी होने की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके घटना की पुष्टि की और बताया कि वे बहुत दुखी हैं। उन्होंने घायलों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
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