केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू में कहा कि कांग्रेस, नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को विकसित नहीं होने दिया। सुरक्षा के बहाने इन्होंने हमारे कश्मीरी युवाओं का शोषण किया। उन्होंने कहा कि मैं नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी से पूछना चाहता हूं कि किसके शासन में सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंटर हुए? कश्मीर के बच्चों पर गोली किसने चलाई और उनके हाथ में बंदूकें किसने थमाईं?
शाह ने कहा कि ये तीन पार्टियां ही इस सबके लिए जिम्मेदार हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल की और विकास का मार्ग प्रशस्त किया। प्रधानमंत्री ने आतंक, पथराव और अलगाववाद को खत्म करने पर काम किया और युवाओं को काम दिया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने जो तिथि (30 सितंबर) तय की है, उसी के अनुसार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे।
सीमा से सटे हर गांव में पलायन बंद होगा- शाह
वहीं, जम्मू कश्मीर के बाद उत्तराखंड पहुंचे अमित शाह ने कहा कि चीन की सीमा से सटे हर गांव में पलायन बंद होगा, यह मोदी की गारंटी है। भाजपा के स्टार प्रचारक अमित शाह जम्मू-रियासी लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी जुगल किशोर शर्मा के समर्थन में रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। इस रैली में उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियां और विकास कार्यों को गिनवाया तो कांग्रेस, नेकां और पीडीपी की परिवारवादी राजनीति को आड़े हाथ लिया।
लोगों का प्यार मिला तो कश्मीर में खिलेगा कमल
गृह मंत्री ने कहा कि जब कश्मीर के लोगों का प्यार मिलेगा तो कमल खिल जाएगा। गृहमंत्री ने कश्मीर के लोगों से अपील की कि जिसको भी वोट देना हो दें, लेकिन वे तीन परिवारवादी पार्टियों से दूर रहें। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती व सोनिया गांधी अपने बेटे-बेटी के लिए काम करते हैं, आपके लिए नहीं। गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने संसद में कहा था कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि गुज्जरों और बकरवालों के आरक्षण के हिस्से में कटौती किए बिना पहाड़ियों को उचित आरक्षण दिया जाएगा। हमने सभी को उचित आरक्षण दिया।