23 जून को विपक्षी दलों की महाबैठक, संजय राउत ने बताया कौन कौन होगा शामिल

शिवसेना
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2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। एक ओर सत्ताधारी बीजेपी मोदी अगेन का दावा ठोक रही है तो वहीं तमाम विपक्षी दलों ने भी आने वाले चुनावों को लेकर कमर कस ली है। इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री भी मिशन 2024 को साधते हुए विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं.

23 जून को विपक्षी दलों की महाबैठक

वहीं अब 23 जून को भी विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक होने जा रही हैं। जिसमें कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के अलावा अन्य कई पार्टियों के प्रमुख नेता शामिल होंगे. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने इस बैठक को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के साथ, हम सब वहां रहेंगे। उद्धव ठाकरे, शरद पवार मेरे साथ जा रहे हैं। देश के सभी प्रमुख नेता (विपक्ष के) वहां जाएंगे और 2024 की योजना बनाएंगे।”

पहले JDU नेता ने दी थी जानकारी

इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह की ओर से भी इस बैठक को लेकर जानकारी दी गई थी। राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ 7 जून की शाम प्रेस कांफ्रेंस के जरिए जानकारी साझा की थी। उन्होने कहा था कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, और पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भाकपा महासचिव डी. राजा, वरिष्ठ वामपंथी नेता सीताराम येचुरी और दीपांकर भट्टाचार्य ने भी 23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए होने वाली बैठक में आने की स्वीकृति दी है।

इस बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं के बीच सहमति और समझौता हासिल करने का प्रयास होगा। यह एक प्रयास है विपक्ष की एकता को मजबूत करने का जिससे वे आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त मोर्चा बना सकें। इस बैठक में नेताओं के बीच राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होगी और एक साझा रणनीति तैयार की जाएगी। विपक्षी दलें भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) के विरुद्ध मिलकर चुनाव लड़ने और सत्ता में बदलाव लाने की योजना बना सकती हैं।

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