स्वच्छता में फिर नंबर वन बना इंदौर, एमपी स्वच्छ राज्यों में दूसरे स्थान पर

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में फिर मध्यप्रदेश के इंदौर शहर ने लगातार 7वीं बार सबसे स्वच्छ शहर बने रहने की दौड़ में बाजी मारी है। नई दिल्ली में स्वच्छता सर्वेक्षण अवॉर्ड सेरेमनी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीएम मोहन यादव को अवार्ड सौंपा। गुजरात के शहर सूरत को भी सबसे स्वच्छ शहर के अवार्ड से नवाजा गया। एमपी के 6 और छत्तीसगढ़ के पांच शहरों को अवार्ड मिले हैं। वहीं, भोपाल को गार्बेज फ्री सिटी का अवार्ड मिला है। वहीं मध्यप्रदेश के अमरकंटक, महू और बुधनी को भी नेशनल अवॉर्ड मिला है।
इंदौर को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कह चुके हैं कि दूसरे शहर जब किसी बात को करने का सोचते हैं, इंदौर उसे कर चुका होता है। आज जब देश के दूसरे शहर स्वच्छता का महत्व समझकर इसे अपनाने के बारे में विचार कर रहे हैं, हम स्वच्छता का सातवां आसमान छू चुके हैं। स्वच्छता को लेकर कहा जाता है कि यहां के लोगों की सिर्फ आदत नहीं, बल्कि त्योहार और संस्कार है।
समारोह के साक्षी बनने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगमायुक्त हर्षिका सिंह, अपर आयुक्त, महापौर परिषद के सदस्य, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक (सीएसआई), सात सफाई मित्र, दो दरोगा दिल्ली पहुंच चुके हैं। शहरवासी भी इस समारोह के साक्षी बनें, इसके लिए नगर निगम ने शहर के प्रमुख पर समारोह के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की है।
मध्यप्रदेश का इंदौर जिला अब स्वच्छता का सातवां आसमान छूने को बेताब है। स्वच्छता हमारे संस्कार में है, इसलिए हम नंबर वन हैं। गुरुवार को दिल्ली के भारत मंडपम में सुबह 8.30 बजे से होने वाले समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त हर्षिका सिंह को सम्मानित करेंगी। मध्यप्रदेश को विभिन्न श्रेणियों में कुल छह पुरस्कार प्राप्त होंगे।