Meena Kumari और उनकी अधूरी प्रेम कहानी, वसीयत में गुलजार के नाम कर गई थीं अपनी सबसे कीमती चीज

फिल्म इंडस्ट्री में खूबसूरती अभिनेत्रियों की जब भी बात होती है, तो उसका जिक्र मीना कुमारी (Meena Kumari) के नाम के बिना अधूरा होता है। मीना कुमारी हिंदी सिनेमा की वो अदाकारा थीं, जिनकी जिंदगी बड़े पर्दे के साथ-साथ असल में भी ट्रैजेडी से कम नहीं थी। दिलकश अदाओं और खूबसूरत नैन नक्श की मल्लिका मीना कुमारी वो चर्चित अभिनेत्री थीं, जिनके साथ लगभग हर कोई काम करना चाहता था। न धन दौलत की कमी, न रंग रूप की कमी, फिर भी मीना कुमारी आजीवन प्यार के लिए तरसती रहीं। मीना कुमारी जितनी सुंदर थीं, उतनी ही दर्दभरी थी उनकी जिंदगी।

अगस्त, 1933 को जन्मीं  ‘ट्रैजेडी क्वीन‘ के नाम से सबसे ज्यादा फेमस हुईं। मगर उन्हें और भी कई नामों से पुकारा जाता रहा। उनका असली नाम महजबीं बानो था। बचपन के दिनों में मीना कुमारी की आंखें बहुत छोटी थीं इसलिये परिवार वाले उन्हें ‘चीनी’ कहकर पुकारा करते थे। लगभग चार वर्ष की उम्र में ही मीना कुमारी ने फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया। डायरेक्टर विजय भट्ट ने मीना कुमारी को ‘लेदरफेस’ में कास्ट किया था। 13 साल की उम्र तक उन्होंने ‘अधूरी कहानी’, ‘पूजा’, ‘एक ही भूल’, ‘नई रोशनी’, ‘कसौटी’, ‘विजय’, ‘गरीब’, ‘प्रतिज्ञा’, ‘बहन’ और ‘लाल हवेली’ फिल्मों में काम किया था।

ऐसे पड़ा नाम ‘मीना’

मीना कुमारी ने अधिकतर विजय भट्ट के साथ काम किया था। उन्हें मीना कुमारी का ‘माहजबीं’ नाम अच्छा नहीं लगता था। लिहाजा विजय भट्ट ने मीना कुमारी को ‘बेबी मीना’ नाम दे दिया। इस तरह से अभिनेत्री का एक नाम ये भी पड़ गया। 31 मार्च को एक्ट्रेस की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर हम उनकी जिंदगी के कुछ अनछुए पहलुओं और उनकी अधूरी प्रेम कहानी पर बात करेंगे। मीना कुमारी ने हर बार टूटकर मोहब्बत की, लेकिन हर बार उन्हें धोखा ही मिला।

मीना कुमारी का बचपन गरीबी में बीता था। जब उनका जन्म हुआ, तो दो बेटियां होने के कारण उनके पिता उन्हें अनाथालय में छोड़ आए थे, लेकिन कुछ देर बाद उनसे अपनी बेटी का रोना देखा नहीं गया और वह उन्हें वापस ले आए। मीना कुमार चार साल की थीं, जब उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया। माहजबीं उर्फ मीना कुमारी के अब्बू जबरन उन्हें सेट पर ले जाया करते थे। काम के कारण मीना कुमारी की पढ़ाई और इसी के साथ-साथ बचपन भी पीछे छूट गया।

मीना की

मीना की जिंदगी में आए ये तीन शख्स

मीना कुमारी एक अभिनेत्री के तौर पर जितनी सफल थीं, दिल के मामले में उतनी ही असफल थीं। उनकी प्रेम कहानी का पहला अध्याय लेखक और निर्देशक कमाल अमरोही (Kamala Amrohi) के साथ शुरू हुआ था। मीना कुमारी ने एक अखबार में उनकी फोटो देखी थी और तभी से दिल हार बैठी थीं। इसके बाद जब मुलाकात हुई, तो कमाल को भी मीना का दीवाना बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। कमाल पहले से ही दो बीवीयों और तीन बच्चों के पिता थे। इसके बावजूद मीना ने उनसे प्यार करने की जुर्रत की।

मीना कुमारी और कमाल अमरोही ने चुपके से शादी की थी। कई महीनों तक किसी को कुछ पता नहीं चला। मगर जब इसकी भनक एक्ट्रेस के पिता को लगी, तो मीना ने अपनी सारी पैतृक संपत्ति वहां छोड़कर और कुछ साड़ी लेकर वहां से निकल आईं। शुरुआत में तो सब कुछ अच्छा था, लेकिन बाद में कमाल और मीना के बीच दूरियां आने लगीं। कमाल को मीना की लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं होती और वह उन पर बंदिशें लगाते। लिहाजा सालों बाद मीना ने कमाल से अपने रिश्ते को