भाजपा नीत एनडीए को जम्मू-कश्मीर में दो नए ‘दोस्त’ मिलने जा रहे हैं। एक का नाम पीपुल्स कान्फ्रेंस (People’s Conference) और दूसरे का नाम जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी है। सबकुछ लगभग तय हो चुका है और परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर इसी माह इनकी दोस्ती का सार्वजनिक एलान हो जाएगा। जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने तीन सीटों पर इन दोनों दलों के प्रत्याशियों के समर्थन में ही अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारे हैं।
भाजपा ने अभी तक इन दलों का नाम लेकर नहीं किया एलान
हालांकि, भाजपा ने अभी तक सार्वजनिक तौर पर इन दलों का नाम लेकर समर्थन का एलान नहीं किया है, लेकिन उसका कैडर नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के खिलाफ पीपुल्स कान्फ्रेंस व जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन और प्रचार कर रहा है। पीपुल्स कान्फ्रेंस सिर्फ उत्तरी कश्मीर में बारामूला की संसदीय सीट पर चुनाव लड़ रही है, जहां उसके चेयरमैन सज्जाद गनी लोन उम्मीदवार हैं।
बारामूला की सीट पर चुनाव लड़ रहे उमर
नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी इसी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। श्रीनगर और अनंतनाग-राजौरी सीट पर पीपुल्स कान्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में अपना कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी और पीपुल्स कान्फ्रेंस दोनों ही पहले दिन से नेशनल कान्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस की मुखर विरोधी हैं।
भाजपा के कोटे से मंत्री बने थे सज्जाद गनी
वर्ष 2014 के बाद जम्मू-कश्मीर में सत्तासीन रही पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में सज्जाद गनी लोन भाजपा के कोटे से ही मंत्री बने थे। पीपुल्स कान्फ्रेंस और अपनी पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों दल एनडीए के साथ हाथ मिलाने की सार्वजनिक औपचारिकता पूरी करने के लिए तैयार हो चुके हैं। भाजपा नेता तरुण चुग की इस विषय में सज्जाद गनी लोन और अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी से बातचीत हो चुकी है।