नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति बंदन अधिनियम बिल) को लेकर एबीपी न्यूज से गुरुवार को बात की और इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए राहुल गांधी और विपक्ष पर हमला किया।
स्मृति ईरानी ने बताया कि बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से यात्रा शुरू की है, तब से पार्टी संगठन में 33 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया है।
उन्होंने कहा, “1971 में सरकार ने महिलाओं की स्थिति को लेकर एक कमेटी गठित की थी। इसकी रिपोर्ट 1974 में आई थी। इसमें जिक्र था कि भारतीय जनसंघ ने कहा है कि महिलाओं को संवैधानिक गारंटी दी जानी चाहिए। हमने इसे संवैधानिक रूप दिया है.”
विपक्ष के प्रति उनके कटाक्ष के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वर में स्वर मिलाने की आवश्यकता है, और इससे विपक्ष विरोध नहीं कर पा रहे हैं, तो मुमकिन है।
स्मृति ईरानी ने दावा किया कि नारी शक्ति बंदन अधिनियम से सामाजिक बदलाव होगा। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस इसे अभी लागू करने की मांग इस कारण कर रही है ताकि महिला आरक्षण बिल पर वो कोर्ट कोर्ट जाए। उन्होंने इसे एक सबब के रूप में पेश करके 370 के समर्थन में दिया, जैसा कि वे कहते हैं।
राहुल गांधी पर क्या कहा? कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के महिला आरक्षण बिल के तुरंत लागू करने वाले बयान पर स्मृति ईरानी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “सब जानते हैं कि राहुल गांधी संविधान के ज्ञाता नहीं है। ऐसे में आग्रह है कि लोग संविधान के अनुच्छेद 82 को पढ़ें।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की 2010 से 2014 तक सरकार रही, लेकिन इनके साथ के ही दलों ने इसका विरोध किया था। “हमने इनका राज्य़सभा महिला आरक्षण को लेकर साथ दिया था,” उन्होंने जोड़ा।
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